मर्सिडीज़ बेंज़ ने GLS एसयूवी के AMG लाइन वैरिएंट किये लॉन्च, कीमत रु.1.40 करोड़ से शुरू

हाइलाइट्स
- मर्सिडीज-बेंज ने GLS 450 के लिए AMG लाइन लॉन्च की
- AMG के लिए खास बाहर और कैबिन पार्ट्स दिए गए हैं
- बाहरी डिज़ाइन में कोई बदलाव नहीं हैबाहरी डिज़ाइन में कोई बदलाव नहीं है
मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने अपनी GLS एसयूवी के नए AMG लाइन वैरिएंट लॉन्च कर दिए हैं: GLS 450 AMG लाइन और GLS 450d AMG लाइन. इनकी कीमत क्रमशः रु.1.40 करोड़ और रु.1.43 करोड़ (एक्स-शोरूम) है. नए मॉडल पेट्रोल वैरिएंट की तुलना में रु.3 लाख और डीजल वेरिएंट की कीमत रु.1 लाख ज़्यादा है. आइए देखते हैं कि इस प्रीमियम मॉडल में क्या खासियतें हैं.

एएमजी लाइन पैकेज मूल रूप से जीएलएस के बाहरी और कैबिन, दोनों के लिए एएमजी-खास ट्रीटमेंट लाता है. बाहर की ओर इस एसयूवी में स्पोर्टी डिज़ाइन के संकेत मिलते हैं, जिसमें बड़े एयर इनटेक वाले नए बंपर, बॉडी-कलर व्हील आर्च और साइड सिल्स शामिल हैं. इसके अलावा, इसमें मर्सिडीज-बेंज के लेटरिंग वाले कैलिपर्स के साथ बड़े ब्रेक भी हैं.

कैबिन की बात करें तो कैबिन में कई AMG-खास अपडेट हैं, जैसे फ्लैट-बॉटम थ्री-स्पोक AMG स्टीयरिंग व्हील, एल्युमीनियम-फिनिश्ड पैडल और AMG-ब्रांडेड फ्लोर मैट आदि. ग्राहकों के पास नाइट पैकेज का विकल्प भी है, जो विंग मिरर, विंडो सराउंड, रूफ रेल्स और 21-इंच अलॉय व्हील्स में ब्लैक स्टाइलिंग एलिमेंट्स जोड़ता है.
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GLS 450 AMG लाइन में वही 3.0-लीटर टर्बोचार्ज्ड इनलाइन-सिक्स पेट्रोल इंजन लगा है जो 375 bhp ताकत और 500 Nm का टॉर्क बनाता है. GLS 450d AMG लाइन में 3.0-लीटर इनलाइन-सिक्स डीजल इंजन लगा है जो 362 bhp और 750 Nm का टॉर्क पैदा करता है. दोनों ही मॉडल 9-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से लैस हैं, 0-100 किमी/घंटा की रफ़्तार 6.1 सेकंड में पकड़ लेते हैं, और इनकी इलेक्ट्रॉनिक रूप से सीमित अधिकतम टॉप स्पीड 250 किमी/घंटा है.

मर्सिडीज-बेंज ने यह भी बताया कि उसने अब तक भारत में GLS की 16,000 कारें बेची हैं. वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में, इसने 4,238 वाहन बेचे, जो साल-दर-साल 10 प्रतिशत की वृद्धि है. कोर और सबसे महंगे, दोनों सेगमेंट में बिक्री बढ़ी, जिसमें मुख्य लाइनअप - सी-क्लास, ई-क्लास LWB, GLC और GLE - में भी 10 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. GLC और GLE ने कुल बिक्री का 60 प्रतिशत हिस्सा बनाया. इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री साल-दर-साल 157 प्रतिशत बढ़ी.