मर्सिडीज-बेंज ने भारत में 2 लाख कारें बनाने का आंकड़ा पार किया

हाइलाइट्स
- मर्सिडीज-बेंज ने प्रोडक्शन में नई उपलब्धि हासिल की
- 2 लाख वाहन बनाे का आंकड़ा छुआ
- पुणे में चाकन प्लांट में पोर्टफोलियो में 11 कारों का निर्माण किया गया
मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने पुणे में अपने चाकन प्लांट से 200,000वां स्थानीय रूप से निर्मित वाहन बनाकर निर्माण में मील का पत्थर हासिल किया है. यह मील का पत्थर यूनिट ऑल-इलेक्ट्रिक EQS SUV थी, जिसे 2024 में भारतीय बाजार में लॉन्च किया गया. जर्मन लग्जरी कार निर्माता ने 2018 में 100,000 यूनिट-मार्क तक पहुंचने के बाद 1 लाख यूनिट और जोड़ने में लगभग सात साल का समय लिया.
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इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए मर्सिडीज-बेंज इंडिया के एमडी और सीईओ संतोष अय्यर ने कहा, "मर्सिडीज-बेंज वाहन निर्माण प्लांट हमारे भारतीय परिचालन की रीढ़ है और इसने हमारे बाजार की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो समझदार भारतीय ग्राहकों के लिए विश्व स्तरीय पेट्रोल-डीज़ल और इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण करती है. मर्सिडीज-बेंज निर्माण गुणवत्ता में नए मानक स्थापित करना जारी रख रही है, भारत में किसी भी लक्जरी ओईएम द्वारा सबसे अधिक निवेश के साथ बाजार में निवेश करती है. हम भारतीय बाजार में मर्सिडीज-बेंज कारों की बढ़ती बाजार मांग को पूरा करने के लिए अपने अत्याधुनिक प्रोडक्शन प्लांट में निवेश करते रहेंगे."

1995 में W124 E-क्लास की असेंबली के साथ स्थानीय परिचालन शुरू करने के बाद से, मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने निर्माण में तेज़ी ला दी है. अपने पहले 19 वर्षों (1995-2014) में 50,000 कारों के निर्माण से लेकर, कंपनी ने 2015 से 2025 के बीच 1,50,000 कारों को बनाया है, जिसमें पिछले दो वर्षों में ही 50,000 कारें शामिल हैं.
चाकन प्लांट में वर्तमान में 11 अलग-अलग मॉडल का निर्माण होता है. अतीत में, यह जर्मनी के बाहर पहला मर्सिडीज-बेंज प्लांट था जिसने 2015 में मायबाक - S500 को बनाया था. कार निर्माता इस प्लांट में दो बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन भी बनाता है, जिसमें 2022 से EQS 580 सेडान, उसके बाद EQS SUV शामिल हैं.