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अगले 3 साल में हेलमेट बाज़ार की 40% हिस्सेदारी का लक्ष्य लेकर चल रही स्टड्स

वर्तमान में भारतीय हेलमेट बाजार में कंपनी का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा है और यह देश के सभी हेलमेट निर्माताओं में सबसे ज्यादा है
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द्वारा कारएंडबाइक-टीम

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प्रकाशित नवंबर 26, 2020

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हाइलाइट्स

    हेलमेट निर्माता कंपनी स्टड्स का लक्ष्य अगले तीन वर्षों में भारतीय हेलमेट बाज़ार में अपनी हिस्सेदारी को 40 प्रतिशत तक बढ़ाना है. सिद्धार्थ भूषण खुराना, एमडी - स्टड्स एक्सेसरीज लिमिटेड, ने हाल ही में कारएंडबाइक की खबर पर मोहर लगाई है. कंपनी ने इस साल की शुरुआत में दो नई फैक्ट्री का उद्घाटन करने के साथ अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 14 मिलियन यूनिट प्रति वर्ष कर दिया है. वर्तमान में कंपनी की बाजार में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है. भारत दुनिया में सबसे बड़ा दोपहिया बाजार है, विकास की क्षमता कंपनी के लिए बहुत अधिक है.

    कंपनी के ग्रोथ प्लान के बारे में पूछे गए सवाल पर  सिद्धार्थ भूषण खुराना ने कहा, "वर्तमान में भारतीय हेलमेट बाजार में कंपनी का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा है और यह देश के सभी हेलमेट निर्माताओं में सबसे ज्यादा है. जबकि मांगें कम हुई हैं, कोविड 19 और लॉकडाउन के कारण. हमने बाजार से लगातार बिक्री और मांगों में वृद्धि देखी है, अपने विस्तारित प्रयासों के साथ, हम अगले 3 वर्षों में हेलमेट बाजार में 40 प्रतिशत के लक्ष्य को पूरा करने की योजना बना रहे हैं. "

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    भारतीय हेलमेट बाजार में कंपनी का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा है

    लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद से निजी वाहनों की आवश्यकता पहले से बढ़ रही है, और चाहे आप स्कूटर, मोटरसाइकिल या इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन चुनते हैं, उपभोक्ता की मानसिकता और सड़क सुरक्षा कानूनों में बदलाव के साथ सुरक्षा सर्वोपरि हो गई है. कंपनी दो ब्रांड स्टड और अधिक प्रीमियम SMK रेंज हेलमेट की बिक्री करती है. कंपनी न केवल भारत में हेलमेट की मांग को पूरा करती है बल्कि देशों में निर्यात भी करती है.

    आगे बात करते हुए , सिद्धार्थ भूषण ने कहा, "भारत में वैश्विक निर्यात केंद्र के रूप में उभरने की क्षमता है, विशेष रूप से वर्तमान हालात और चीन के साथ संबंधों को देखते हुए. हमारे पास उत्पादों के निर्माण के लिए तमाम संसाधन हैं, अधिकांश भारतीय हेलमेट निर्माता दुनिया के सभी हिस्सों में अपने उत्पादों का निर्यात कर रहे हैं. हम अपने दोनों ब्रांड - स्टड और एसएमके को 40 से अधिक देशों, यूरोप, अमेरिका, कनाडा, अमेरिका और एशिया के कुछ हिस्सों में निर्यात कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका में भी अब हम हमारे ब्रांडों का निर्यात किया जा रहा है ”.

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    कंपनी दो ब्रांड स्टड और SMK रेंज के हेलमेट की बिक्री करती है

    इस वर्ष की शुरुआत में, स्टड्स ने हरियाणा में 200 करोड़ से अधिक निवेश करके फरीदाबाद में एशिया महाद्वीप के सबसे बड़े प्लांट का उद्घाटन किया था. इस प्लांट का निर्माण 5.5 एकड़ भूभाग पर किया गया है. इस प्लांट में मोटरसाइकिल के हेलमेट बनाने के अलावा साइकिल के लिए भी हेलमेट निर्माण किया जाता है. फैक्ट्री में रु 160 करोड़ का निवेश देखा गया, जबकि शेष रु 40 करोड़ का विस्तार विस्तारित पॉलीस्टीरीन (ईपीएस) के इन-हाउस उत्पादन के लिए 1.5 एकड़ में फैले एक नए विनिर्माण प्लांट में किया गया था. हेलमेट में उपयोग किए जाने वाले लगभग 99 फीसदी हिस्से स्थानीय स्तर से लिए गए है. महामारी के मद्देनजर, कंपनी ने आवश्यक स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण बनाने के लिए अपने परिचालन का विस्तार किया था.

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    सड़क सुरक्षा कानूनों के लिए मोटर वाहन विधेयक में संशोधन भी भारत में अधिक सक्रिय रूप से हेलमेट अपनाने पर जोर देगा. नीति में न केवल दोपहिया वाहन सवारों और लोगों के लिए हेलमेट अनिवार्य है, बल्कि गैर-आईएसआई प्रमाणित हेलमेटों की बिक्री, उपयोग और उत्पादन पर भी प्रतिबंध है. हमारी सड़कों से घटिया हेलमेट को खत्म करने के लिए यह कानून बेहद महत्वपूर्ण है. यह नई नीति 1 मार्च, 2021 से लागू होगी और देश में दोपहिया सवारों की सुरक्षा को उन्नत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा.

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