2022 फोक्सवैगन वर्टुस 1.0-लीटर टीएसआई मैनुअल का रिव्यू
हाइलाइट्स
फोक्सवैगन वर्टुस को भारत में इस साल जून में पुरानी वेंटो कॉम्पैक्ट सेडान की जगह लॉन्च किया गया था. यह स्थानीय MQB-A0-IN प्लेटफॉर्म पर बनाया जाने वाला VW ग्रुप का चौथा मॉडल है, जो पहले से ही स्कोडा की कुशक और स्लाविया के साथ टाइगुन जैसी कारों को जन्म दे चुका है. हमने पहली बार मई 2022 में फोक्सवैगन वर्टुस चलाई और इसे पसंद भी किया. उस समय हमें कार के 1.0-लीटर ऑटोमैटिक और 1.5-लीटर DSG ऑटोमैटिक मॉडलों का परीक्षण करने को मिला. हालाँकि, जो हमें ड्राइव करने के लिए नहीं मिला, वह कॉम्पैक्ट सेडान का मैनुअल मॉडल था जो हम अब चला रहे हैं.
इंजन
यह वही इंजन है जो फोक्सवैगन टाइगुन और यहां तक कि स्कोडा स्लाविया और कुशक में भी लगा है.
वर्टुस को केवल 1.0-लीटर टीएसआई इंजन के साथ एक मैनुअल गियरबॉक्स का विकल्प ही मिला है, जबकि अधिक शक्तिशाली 1.5-लीटर टीएसआई मोटर को सिर्फ डीएसजी ही दिया गया है. यह वही मैनुअल यूनिट है जो फोक्सवैगन टाइगुन और यहां तक कि स्कोडा स्लाविया और कुशक में भी लगा है. उन तीनों मॉडलों की तरह, यहां भी इसे एक बढ़िया प्रदर्शन की पेशकश करने के लिए तैयार किया गया है.
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वर्टुस को केवल 1.0-लीटर टीएसआई इंजन के साथ एक मैनुअल गियरबॉक्स का विकल्प ही मिला है.
गियर अनुपात अच्छी तरह से फैले हए हैं, थ्रो छोटे हैं और बदलाव सटीक लगते हैं. हालाँकि, एक छोटा सा अंतराल है जिसे आप महसूस कर सकते हैं. कंपनी ने कार में गियर-शिफ्ट इंडिकेटर भी दिया है. क्लच भी अच्छा और हल्का है, हालांकि, अगर पेडल की यात्रा थोड़ी कम होती तो और बेहतर होता.
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कई 3 सिलेंडर इंजनों की तरह आप ज़्यादा वाइब्रेशन या शोर महसूस नहीं करेंगे.
1.0 लीटर ऑटोमैटिक की तरह, यहां भी इंजन 114 बीएचपी बनाता है. वहीं 178 एनएम का पीक टॉर्क 1750 आरपीएम और 4500 आरपीएम के बीच मिलता है. हां, निचले आरपीएम में थोड़ा टर्बो लैग है, लेकिन टर्बो आते ही इंजन बहुत दमदार लगता है और आप तेज़ी में तीन अंकों की गति पा सकते हैं. कई 3 सिलेंडर इंजनों की तरह आप ज़्यादा वाइब्रेशन या शोर महसूस नहीं करेंगे.
राइड और हैंडलिंग
सस्पेंशन काफी लचीला है, और यह सभी प्रकार की सड़कों को आसानी से झेल लेता है.
कार की राइड एंड हैंडलिंग में कोई बदलाव नहीं किया गया है. वर्टुस चलते वक्त काफी भरोसा देती है और तेज गति पर भी आपके आत्मविश्वास में कमी नहीं आती. सस्पेंशन भी काफी लचीला है, और यह सभी प्रकार की सड़कों को आसानी से झेल लेता है. कार की फ्लैट-बॉटम स्टीयरिंग व्हील हल्की और सटीक है और एक अच्छा अनुभव देती है.
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डिज़ाइन
लुक्स के मामले में, कार ऑटोमैटिक मॉडल जैसी ही दिखती है.
1.0-लीटर वर्टुस डायनेमिक लाइन ट्रिम में आती है, और हमारे साथ कार का सबसे महंगा टॉपलाइन वेरिएंट था. यहां क्लैमशेल-स्टाइल बोनट, एलईडी डे-टाइम रनिंग लैंप के साथ पैनी एलईडी हेडलाइट्स, भारी क्लैडिंग के साथ एक मस्कुलर बम्पर और एलईडी फॉगलैम्प्स कार को एक मजबूत लुक देते हैं. इसके अलावा आपको 16-इंच 'रेजर' अलॉय व्हील्स, सिग्नेचर LED टेललाइट्स और ग्रिल पर क्रोम एक्सेंटभी मिल जाएंगे जो कार के प्रीमियम एहसास को बढ़ाते हैं.
कैबिन
परफॉर्मेंस लाइन ट्रिम के ऑल-ब्लैक इंटीरियर से अलग, यहां आपको ड्यूल-टोन ब्लैक और बेज इंटीरियर मिलता है.
कार में 10.1-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलता है, जिसमें कंपनी की कनेक्टेड कार तकनीक - MyVolkswagen Connect के साथ वायरलेस Apple CarPlay और Android Auto शामिल हैं. फोक्सवैगन वेंटिलेटेड अगली सीट, वायरलेस फोन चार्जर, ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल, इलेक्ट्रिक सनरूफ, रियर एसी वेंट और एक फोल्डेबल रियर आर्मरेस्ट जैसे फीचर्स भी दे रही है. वर्टुस को पूरी तरह से डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और 521 लीटर का बूट भी मिलता है.
सुरक्षा
सबसे महंगे ट्रिम में रियर पार्किंग कैमरा और 6 एयरबैग मिल जाएंगे.
फोक्सवैगन वर्टुस में 40 से अधिक सुरक्षा फीचर्स हैं. इसमें इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) इलेक्ट्रॉनिक ब्रेकफोर्स डिस्ट्रीब्यूशन (EBD), ब्रेक असिस्ट और रियर पार्किंग सेंसर शामिल हैं. जहां दो एयरबैग और ISOFIX चाइल्ड सीट माउंट सेटैंडर्ड हैं, वहीं सबसे महंगे ट्रिम में रियर पार्किंग कैमरा और 6 एयरबैग मिल जाएंगे.
कीमतें
समान इंजन और फीचर्स वाली स्कोडा स्लाविया का सबसे महंगा मैनुअल मॉडल वर्टुस से रु. 3,000 सस्ता है.
कार की कीमतें कम्फर्टलाइन ट्रिम के लिए रु 11.22 लाख से शुरु होती हैं और इस टॉपलाइन वेरिएंट के लिए रु 14.42 लाख (सभी एक्स-शोरूम, भारत) तक जाती हैं. इसकी तुलना में, समान इंजन और फीचर्स वाली स्कोडा स्लाविया का सबसे महंगा मैनुअल मॉडल रु. 3,000 सस्ता है. वहीं, होंडा सिटी का सबसे महंगा पेट्रोल मैनुअल मॉडल इससे रु. 50,000 सस्ता है, जबकि ह्यून्दे वर्ना रु 1.36 लाख सस्ती है. हालांकि, उन दोनों में नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन लगे हैं और ये मॉडल बाजार में कुछ साल पुराने हैं.
फैसला
टर्बो पेट्रोल इंजन और गियरबॉक्स खूबसूरती से आपको एक आकर्षक और मजेदार ड्राइव अनुभव देते हैं.
वर्टुस 1.0 टीएसआई मैनुअल मुकाबले में खड़ी कुछ कारों की तुलना में थोड़ी महंगा ज़रूर है, लेकिन इस कीमत आपको निश्चित रूप से एक ठोस कार मिलती है. टर्बो पेट्रोल इंजन और गियरबॉक्स खूबसूरती से आपको एक आकर्षक और मजेदार ड्राइव अनुभव देते हैं, जबकि कार खुद कई फीचर्स और तकनीक से भरी हुई है. इसलिए, यदि आप एक मैनुअल पेट्रोल सेडान खरीदने के लिए बाजार में हैं, तो फोक्सवैगन वर्टुस के बारे में आपको निश्चित रूप से सोचना चाहिए.