मारुति सुजुकी ने फ्यूल गेज में खराबी के चलते ग्रांड विटारा की 30,000 से अधिक कारों के लिए जारी किया रिकॉल

हाइलाइट्स
- 39,506 कारें रिकॉल से प्रभावित
- फ्यूल गेज गलत फ्यूल लेवल दिखा सकता है
- इस पुर्जे का निरीक्षण किया जाएगा और उसे निःशुल्क बदला जाएगा
मारुति सुजुकी ने दिसंबर 2024 और अप्रैल 2025 के बीच बनी ग्रांड विटारा की 39,000 से ज़्यादा यूनिट्स को वापस मंगाने का आदेश जारी किया है. कार निर्माता का कहना है कि प्रभावित वाहनों में फ्यूल लेवल इंडिकेटर और चेतावनी लाइट में गड़बड़ी होने का संदेह है. कुल 39,506 यूनिट्स प्रभावित हुई हैं.
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मारुति का कहना है कि इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में फ्यूल लेवल सूचक में खराबी के कारण वाहन चालक को फ्यूल का गलत लेवल दिख सकता है. हालाँकि इस खराबी का सुरक्षा पर कोई बड़ा असर होने की संभावना नहीं है, लेकिन इससे वाहनों में इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में दर्शाए गए स्तर से कम ईंधन होने की स्थिति पैदा हो सकती है.

मारुति का कहना है कि उसके डीलर और सर्विस सेंटर, रिकॉल से प्रभावित एसयूवी के सभी मालिकों से संपर्क करेंगे और उन्हें निःशुल्क पार्ट्स निरीक्षण और बदलाव करेंगे.
मारुति सुजुकी ने 2022 में भारत में ग्रांड विटारा नाम को एक बिल्कुल नई कॉम्पैक्ट एसयूवी के रूप में फिर से पेश किया, जिसने कंपनी के लाइन-अप में एस-क्रॉस की जगह ली और प्रतिष्ठित ह्यून्दे क्रेटा को कड़ी टक्कर दी. ग्रांड विटारा मारुति सुजुकी-टोयोटा साझेदारी के तहत विकसित पहला मॉडल भी था, और इस एसयूवी को टोयोटा से एक सहयोगी मॉडल - अर्बन क्रूजर हायराइराइडर भी मिला.

ग्रांड विटारा कई पावरट्रेन विकल्पों के साथ उपलब्ध है – एक 1.5-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड (NA) पेट्रोल इंजन जिसमें मैनुअल और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स विकल्प हैं, और एक 1.5-लीटर पेट्रोल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड पावरट्रेन जो मानक रूप से CVT गियरबॉक्स के साथ आता है. NA पेट्रोल इंजन के कई वेरिएंट में फ़ैक्टरी CNG किट और सबसे महंगे वैरिएंट में वैकल्पिक ऑल-व्हील ड्राइव का विकल्प भी मिलता है.
ग्रांड विटारा भारतीय बाजार में काफी सफल रही है और इस वर्ष की शुरुआत में इसकी बिक्री 3 लाख यूनिट्स को पार कर गई.





























































