कोरोना से लड़ाईः महिंद्रा ने महज़ 48 घंटे में तैयार किया वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप
हाइलाइट्स
इगतपुरी और मुंबई स्थित महिंद्रा प्लांट्स की टीमों ने घातक कोरोनो वायरस से लड़ने के लिए एक वेंटिलेटर प्रोटोटाइप बनाया है. समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कुछ दिनों पहले इसकी चर्चा की थी और अब सिर्फ 48 घंटों के अंदर कर्मचारियों ने उस आहवान का सकारात्मक जवाब दिया है. टीमों का कहना है कि यह इंटरनेट पर बहुत सारी रिसर्च और वेंटिलेटर के कार्य करने के तरीके के बारे में अधिक जानने के कारण संभव हुआ है. महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन - आनंद महिंद्रा द्वारा ट्विटर पर अब तक टीमें क्या हासिल कर पाई हैं, इस पर एक वीडियो शेयर किया गया है.
undefinedSo, so proud of our Kandivali & Igatpuri teams who confined themselves to the factories & without sleep produced this in 48hrs. With humility, we will seek guidance from specialists on the usefulness of the device. Whatever the outcome, they have shown India fights back... pic.twitter.com/LrVXm4Acku
— anand mahindra (@anandmahindra) March 26, 2020
विशेषज्ञों के फीडबैक और अधिक रिसर्च के आधार पर टीमें अब 3 और प्रोटोटाइप पर काम करेंगी. ये नए प्रोटोटाइप वज़न में हल्के और साइज़ में ज़्यादा कॉम्पैक्ट होंगे. टीमों का लक्ष्य 2 से 3 दिनों के समय में ये कार्य पूरा करना होगा. महत्वपूर्ण रूप से, आनंद महिंद्रा ने यह भी कहा कि वेंटिलेटर जैसे जीवन रक्षक उपकरण जिनकी कीमत अमोमन 5-10 लाख रुपए के बीच होती है, कंपनी इन्हें 7,500 रुपए से भी कम लागत में बनाएगी.
ये भी पढ़ें : कोरोना महामारीः मारुति सुज़ुकी शुरू कर सकती है वेंटिलेटर्स का उत्पादन, जल्द लेगी फैसला
महिंद्रा एंड महिंद्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ पवन के गोयनका ने यह भी खुलासा किया है कि कंपनी दो बड़े PSU और एक मौजूदा वेंटिलेटर निर्माता के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि उन्हें डिजाइन को आसान बनाने और क्षमता बढ़ाने में मदद मिल सके. महिंद्रा की इंजीनियरिंग टीम लगातार उनके साथ काम इस बाबत काम कर रही है.
undefinedVentilator 2: 2 pronged approach. At one end, we along with two large PSUs are working with An existing manufacturer of high spec ventilators to help them to simplify design and scale up capacity. Our engineering team is right now with them working on it. @PMOIndia @MahindraRise
— Pawan K Goenka (@GoenkaPk) March 26, 2020
डॉ गोयनका ने ट्विटर पर यह भी साझा किया कि कंपनी बैग वाल्व मास्क वेंटिलेटर के एक ऑटोमेटेड वर्जन पर भी काम कर रही है. इसे आमतौर पर अम्बु बैग के रूप में जाना जाता है. कंपनी उम्मीद कर रही है कि अगले 3 दिनों में आवश्यक मंजूरी के लिए एक प्रोटोटाइप तैयार हो जाएगा.
पुरानी कारों पर शानदार डील
सभी यूज़्ड कार देखें- 49,000 km
- पेट्रोल
- मैन्युअल
- 1,10,000 km
- पेट्रोल
- मैन्युअल
- 75,000 km
- पेट्रोल
- आटोमेटिक
- 98,000 km
- पेट्रोल
- आटोमेटिक
- 42,189 km
- पेट्रोल
- मैन्युअल
- 5,903 km
- पेट्रोल
- मैन्युअल
- 38,983 km
- पेट्रोल
- एएमटी
- 40,258 km
- पेट्रोल
- मैन्युअल
- 29,070 km
- डीज़ल
- मैन्युअल
- 13,870 km
- पेट्रोल
- मैन्युअल